Published On Premiered Sep 15, 2021
Song - Karke Haar Singar
Singer - Vikas Kumar
Artist - Meeta Baroda | Aashu Choudhary | Annu Rohila | Aaisha yanu | Aarju Dhillon | Chacha Pappu
Writer - kamal Singh Puthi
Music - TR ( Tarun Panchal )
Director - Guddu Kajla
Editor - Guru Picture
Poster - Lucky Kajla
Production - Guru Musics
Dop - Harish Harry
Makeup - Aashu
MD - Ajmer Balambhia | Kuldeep Fouji
Special Thanks - Pradeep Solanki
/ ipradeepsolanki
LABEL - Prime Times Originals
Lyrics:
हे रे करके हार सिंगार नार वे
पनघट कानि चार चली
करके हार सिंगार नार वे
पनघट कानि चार चली
बाजी पायल कारगी घायल
नैना की तलवार चली
करके हार सिंगार नार वे
पनघट कानि चार चली
बाजी पायल कारगी घायल
नैना की तलवार चली
बाजी पायल कारगी घायल नैना की तलवार चली
हे एक जनि का बालम फौजी
छुट्टी आ रया दस दिन की
के के लाया न पूछे वे,
बात बता तेरे साजन की
न्यू बोली वा तार बैठरी
के बुझोगी मेरे मन की
फोजन बनके राहु साथ में
आस मेरी थी बचपन की
हे इतनी सुनके हास पड़ी वे
मंद मंद रफ़्तार चली
बाजी पायल कारगी घायल
नैना की तलवार चली
करके हार सिंगार नार वे
पनघट कानि चार चली
बाजी पायल कारगी घायल
नैना की तलवार चली
बाजी पायल कारगी घायल नैना की तलवार चली
हे केहन लागरी हे मास्टरनी
तू क्यों गुड़ सा खा री से
कितना प्यार करे तेरे ते
जिसके दिल की प्यारी से
मास्टरजी से तेरी मुट्ठी में
न्यू सुनने में आरी से
एकली काचे काट रही तू
सास ससुर ते न्यारी से
मास्टरनी ते कोन्या बोली
तीनो बोल के हास चली
बाजी पायल कारगी घायल नैना की तलवार चली
करके हार सिंगार नार वे
पनघट कानि चार चली
बाजी पायल कारगी घायल
नैना की तलवार चली
बाजी पायल कारगी घायल
नैना की तलवार चली
हे रे हवलदारणी....
वा हवलदारणी सुबक के बोली
पति पुलिस ते काढ़ दिया
ऐश अमीरी छूठगी सारी
और नहीं लगता मेरा जिया
खावे न पीवे , हासे ने बोले
बैठ्या रे से घरा पिया
रंझ फ़िक्र में माडा होगया
पीलिया जी सा रोज लिया
रिश्वत दे के लाग्या था हे
जिंदगी हो बेकार चली
बाजी पायल कारगी घायल नैना की तलवार चली
करके हार सिंगार नार वे
पनघट कानि चार चली
बाजी पायल कारगी घायल
नैना की तलवार चली
बाजी पायल कारगी घायल
नैना की तलवार चली
और आखरी कली में लेखक मोहदय ने
बहुत ही विशेष बात कही
इन गावणियो के साथ
इनकी घरआली कैसे रहती है
इनका आपस में कैसा ताल मेल है
तीसरे से चौथे कली में क्या कहा भला
हे, पाछे चाले... हाँ....
वा न्यू बोली , मेरा पति गावणिया से
दूर-दूर तक जा सहिया पे
अचे नोट लवानिया से
आवे रागणी रेडियो के मा
सबका जी लवानिया से
रात घणकरी कटे बहार ने
दिन में मनने चवनिया से
कमल सिंह कह पुट्ठी आले
कमल सिंह कह पुट्ठी आले
होती सुर की मार चली
बाजी पायल कारगी घायल
नैना की तलवार चली
करके हार सिंगार नार वे
पनघट कानि चार चली
बाजी पायल कारगी घायल
नैना की तलवार चली
बाजी पायल कारगी घायल
नैना की तलवार चली......