Published On Premiered Jun 30, 2023
What if Rahgir bumped into the great Kabir on one of his travels? What would they talk about?
I listen to Kabir a lot and this thought came across my mind some time ago and I decided to give it a try.
Hope you guys like it.
Credits :
Lyrics : Kabir (Traditional) and Rahgir
Singer : Rahgir
Music : Shakti Vishwakarma
Video : Mauryan
Song available on Spotify, Apple Music, Jio Saavn and other platforms.
Lyrics
1.
कबीर :
क्या लेके आया बंदे क्या लेके जाएगा
दो दिन की ज़िंदगी है दो दिन का मेला।
राहगीरा मिला कबीर से बोला सुन मेरे भाई
खड़ा हूँ ऐसे मोड़ पर आगे कुआँ पीछे खाई
कहा था तुमने ज़िंदगी है दो दिन की भाई
मुझे दर्द में जीते हो गये दिन ढाई
2.
कबीर :
बड़ा हुआ तो क्या हुआ जैसे पेड़ खजूर
पंथी को छाया नहीं और फल लागे अति दूर
राहगीरा कहे कबीर से बात है बहुत पुरानी
तब खजूर भी छोटा था नीचे थी फल कि टहनी
पर दुनिया उसको नोंच खा गई दिया कभी ना पानी
फिर भाड़ में जाये दुनिया कह के चढ़ गया वो आसमानी
3.
कबीर खड़ा बाज़ार में माँगे सबकी ख़ैर
ना काहू से दोस्ती और ना काहू से वैर
राहगीर :
मैं खड़ा रहा बाज़ार में रहा माँगता ख़ैर
फिर बैठ के माँगी ख़ैर जब मेरे थक गये थे पैर
फिर भी कोई खुश नहीं देखा सुबह शाम दोपहर
दुख ने जो थे रिश्ते बांधे सुख ने कर दिये ढेर।
- राहगीर