Published On Nov 25, 2010
ये हालत गुडगाँव में मेट्रो के अन्दर की है...सबसे आगे वाला डब्बा महिलाओं के लिए है जिसमे पुरुष घुस गए थे, भीड़ ज्यादा होने की वजह से, पुलिस अधिकारी और महिलाओं ने मिलकर लोगों की धुनाई कर डाली. लेकिन क्या हाथ उठाना ठीक था? चालान कर सकते थे.दूसरा प्रश्न यह उठता है की बुजुर्ग और विकलांगों के लिए इस डब्बे में जगह क्योँ नहीं दी गई ?
show more